Tuesday 11 February 2014

SOME FANTASTIC FACTS...............BY:RK BISHNOI


****चाँद के बारे मेँ रोचक जानकारी****

1. 
अब तक सिर्फ 12 मनुष्य चाँद पर गए है.

2. चांद धरती के आकार का सिर्फ 27 प्रतीशत हिस्सा ही है.

3. चाँद का वजन लगभग 81,00,00,00,000(81 अरबटन है.

4. पूरा चाँद आधे चाँद से 9 गुना ज्यादा चमकदार होता है.


5. नील आर्मस्ट्रोग ने चाँद पर जब अपना पहला कदम रखा तो उससे जो निशान 


चाँदकी जमीन पर बनावह अब तक है और अगले कुछ लाखों सालो तक ऐसा ही 

रहेगाक्योंकि चांद पर हवा तो है ही नही जो इसे मिटा दे.

6. जब अंतरिक्ष यात्री एलन सैपर्ड चाँद पर थे तब उन्होंने एक golf ball को hit 

मारा जो कि तकरीबन 800 मीटर दूर तक गई.

7. अगर आप का वजन धरती पर 60 किलो है तो चाँद की low gravity की 

वजह से चाँद पर आपका वजन 10 किलो ही होगा.

8. चाँद पर पड़े काले धब्बों को चीन में चाँद पर मेढ़क कहा जाता है.

9. जब सारे अपोलो अंतरिक्ष यान चाँद से वापिस आए तब वह कुल मिलाकर 

296 चट्टानों के टुकड़े लेकर आए जिनका द्रव्यमान (वजन) 382 किलो था.

10. चाँद का सिर्फ 59 प्रतीशतहिस्सा ही धरती से दिखता है.

11. चाँद धरती के ईर्ध-गिर्द घूमते समय अपना सिर्फ एक हिस्सा ही धरती की 

तरह रखता है इसलिए चाँद का दूसरा पासा आज तक धरती से किसी मनुष्य ने 

नही देखा.

12. चाँद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ चौथा हिस्सा है और लगभग 49 

चाँद धरती में समा सकते हैं.

13 सौर मंडल के 63 उपग्रहो में चाँद का आकार 5 वे नंम्बर पर है.

            
                    कुछ मजेदार जानकारी


सूर्य से पृथ्वी पर आने वाला प्रकाश 30 हजार वर्ष पुराना होता है।


अब आप कहेंगे कि सूर्य से पृथ्वी की दूरी तो मात्र 8.3 प्रकाश मिनट है तो ऐसा 

कैसे हो सकता है। यह सच है कि प्रकाश को सूर्य से पृथ्वी तक आने मे 8.3 मिनट

 ही लगते हैं किन्तु जो प्रकाश हम तक पहुँच रहा है 

उसे सूर्य के क्रोड (core) से उसके सतह तक आने में 30 हजार वर्ष लगते हैं 

और वह सूर्य की सतह पर आने के बाद ही 8.3 मिनट पश्चात् पृथ्वी तक पहुँचता 

हैयाने कि वह प्रकाश 30 हजार वर्ष पुराना होता है।

अन्तरिक्ष में यदि धातु के दो टुकड़े एक दूसरे को स्पर्श कर लें तो वे स्थायी रूप से 

जुड़ जाते हैं।

यह भी अविश्वसनीय लगता है किन्तु यह सच है। अन्तरिक्ष के निर्वात के कारण 

दो धातु आपस में स्पर्श करने पर स्थायी रूप से जुड़ जाते हैंबशर्तें कि उन पर 

किसी प्रकार का लेप (coating)  किया गया हो। पृथ्वी पर ऐसा नहीं हो 

सकता क्योंकि वायुमण्डल दोनों धातुओं के आपस में स्पर्श करते समय उनके 

बीच ऑक्सीडाइज्ड पदार्थ की एक परत बना देती है।


अन्तरिक्ष में ध्वनि एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं जा सकती।


जी हाँध्वनि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए किसी  किसी 

माध्यम की आवश्यकता होती है और अन्तरिक्ष में निर्वात् होने के कारण ध्वनि 

को गति के लिए कोई माध्यम उपलब्ध नहीं हो पाता।


शनि ग्रह का घनत्व इतना कम है कि यदि काँच के किसी विशालाकार बर्तन में 

पानी भर कर शनि को उसमें डाला जाए तो वह उसमें तैरने लगेगा।


वृहस्पति इतना बड़ा है कि शेष सभी ग्रहों को आपस में जोड़ दिया जाए तो भी वह 

संयुक्त ग्रह वृहस्पति से छोटा ही रहेगा।


स्पेस शटल का मुख्य इंजिन का वजन एक ट्रेन के इंजिन के वजन का मात्र 1/7 

के बराबर होता है किन्तु वह 39 लोकोमोटिव्ह के बराबर अश्वशक्ति उत्पन्न करता 

है।


शुक्र ही एक ऐसा ग्रह है जो घड़ी की सुई की दिशा में घूमता है।


चन्द्रमा का आयतन प्रशान्त महासागर के आयतन के बराबर है।


सूर्य पृथ्वी से 330,330 गुना बड़ा है।


अन्तरिक्ष में पृथ्वी की गति 660,000 मील प्रति घंटा है।


शनि के वलय की परिधि 500,000 मील है जबकि उसकी मोटाई मात्र एक फुट 

है।


वृहस्पति के चन्द्रमाजिसका नाम गेनीमेड (Ganymede) हैबुध ग्रह से भी 


बड़ा है।


किसी अन्तरिक्ष वाहन को वायुमण्डल से बाहर निकलने के लिए कम से कम 7 

मील प्रति सेकण्ड की गति की आवश्यकता होती है।


पृथ्वी के सारे महाद्वीप की चौड़ाई दक्षिण दिशा की अपेक्षा उत्तर दिशा में अधिक है

यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि ऐसा क्यों है।


Various coading Languages Used for ....

1. Google – Java (Web), –C (indexing).

2. Facebook – PHP.

3. YouTube- Flash, Python, Java.

4. Yahoo– PHP and Java.

5. MicrosoftLive.com–.NET

6. Wikipedia – PHP

7. Blogger – Java

8. MSN – .NET

9.Twitter – Ruby on Rails, Scala,Java

10.Twitter – Ruby on Rails, Scala,Java...